आज़ रहने दो कल करते हैं।
आज़ रहने दो कल करते हैं।
वो जो सवाल थे अब करते हैं।
जंगली फूल को नुमाईश की जरुरत थी।
न जाने झाड़ी पर्दा क्यों करते हैं?
इम्तिहान में मैंने सारे जवाब गलत किए।
फिर उनकी नजरें मेरी नकल क्यों करते हैं?
वो चाहते हैं कि मैं मर जाऊं एक दिन।
जैसे ही मर जाता हूं,वो जिंदा क्यों करते हैं?
उनके आंचल में खुद को दफ्न कर लिया मैने।
उनकी पाज़ेब मेरी कब्र तैयार ही क्यों करते हैं.?
~असमर्थ
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